Places To Visit in MP: विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर हम आपको मध्य प्रदेश के कुछ खास पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं. ये पर्यटन स्थल आपको बेहद पसंद आएंगे। जो ट्रेवल के शौकीनों के लिए काफी पसंदीदा माने जाते हैं।
Places To Visit in MP: यात्रा करना हर इंसान का शौक होता है। क्योंकि हर कोई परिवार और दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए नई जगहों पर जाना पसंद करता है। ऐसे में लोग पर्यटन के लिए बाहर जाते हैं। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर हम आपको मध्यप्रदेश के कुछ ऐसे पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां घूमने का मन करेगा। जानिए मध्य प्रदेश के इन खास पर्यटन स्थलों के बारे में।
पचमढ़ी
Places To Visit in MP: मध्य प्रदेश में जब भी पर्यटन की बात होती है तो सबसे पहले पचमढ़ी का नाम आता है। क्योंकि पचमढ़ी राज्य का एकमात्र हिल स्टेशन माना जाता है। पचमढ़ी मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में आता है। पचमढ़ी पहुंचने के लिए आप मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बस या ट्रेन से भी आ सकते हैं,
यह भी पढ़े: Ration Card: दुकानदार से राशन लेने के नियम में हुआ बड़ा बदलाव! जल्दी से जान लें नए नियम वरना
पचमढ़ी के पास पिपरिया निकटतम स्टेशन है, यहां से आप बस या कार से जा सकते हैं। सर्दियों के मौसम में पचमढ़ी बेहद खूबसूरत हो जाती है। पचमढ़ी को इसकी सुंदरता के कारण ‘सतपुड़ा की रानी’ भी कहा जाता है। यहां का सिल्वर फॉल देखने लायक है, जहां पानी करीब 370 फीट की ऊंचाई से गिरता है और यह पानी बिल्कुल दूध जैसा दिखता है।
पहाड़ों की ऊंचाई से गिरने वाले झरने इस जगह की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। इतना ही नहीं अगर आप यहां जाएं तो धूपगढ़ सूर्योदय और सूर्यास्त देखने जरूर जाएं। साथ ही यह ट्रेकिंग, हाइकिंग के लिए भी काफी मशहूर जगह है। पचमढ़ी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
खजुराहो
अगर पर्यटक इतिहास और स्थापित कला प्रेमी है तो उसके लिए मध्य प्रदेश का खजुराहो सबसे बेहतरीन जगह है। खजुराहो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में आता है। यहां सड़क, रेल और हवाई मार्ग से पहुंचा जा सकता है। खजुराहो में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी है। जिससे आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
यह भी पढ़े: Bank Holidays : अक्टूबर में 21 दिन बंद रहेंगे बैंक, अभी निपटा लें अपना काम
ऐसे में एक बार पर्यटकों को खजुराहो जरूर आना चाहिए। क्योंकि खजुराहो के मंदिर अपने प्राचीन और अद्भुत कला शैली के मंदिरों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। जिसे हम आज खजुराहो के नाम से जानते हैं, जो मध्यकाल में भारतीय वास्तुकला और संस्कृति से संबंधित एक विशेष उदाहरण प्रस्तुत करता है।
ओरछा
मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में आने वाला ओरछा राजा राम की नगरी के नाम से पूरे देश में प्रसिद्ध है। बेतवा नदी के किनारे बसा ओरछा अपने किलों, मंदिरों और महलों के लिए जाना जाता है। जबकि यहां का रामराजा सरकार मंदिर दुनिया भर में मशहूर है, जहां भगवान राम राजा के रूप में विराजमान हैं, जिन्हें सलामी भी दी जाती है। ओरछा का किला अपने आकर्षण के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है,
जो यहां आने वाले पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है। इसके अलावा चतुर्भुज मंदिर, राज मंदिर और लक्ष्मी मंदिर ओरछा के मुख्य आकर्षण हैं जो यहां आने वाले लोगों की यात्रा को यादगार बनाते हैं। ऐसे में जो लोग घूमने-फिरने के शौकीन हैं उन्हें एक बार ओरछा जरूर आना चाहिए।
सांची
सांची मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में आता है। जिसे सम्राट अशोक का स्थल भी कहा जाता है। सांची में स्थित बौद्ध स्मारक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत की विशाल विरासत का प्रतीक है। सांची के स्तूपों का निर्माण भगवान बुद्ध और कई महत्वपूर्ण बौद्ध अवशेषों को रखने के लिए किया गया था।
सांची भारत में सबसे पुरानी पत्थर की संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है, यहां स्थित महान स्तूप को मौर्य वंश के सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में स्थापित किया था। एक अलग तरह का आनंद और शांति की अनुभूति देता है। सांची पहुंचने के लिए आप राजधानी भोपाल से सड़क या रेल मार्ग से पहुंच सकते हैं।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
मध्य प्रदेश का कान्हा राष्ट्रीय उद्यान वन घूमने के प्रेमियों के लिए सबसे अच्छी जगह है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मंडला और सिवनी जिलों में आता है। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। बाघ, चीतल, हाथी, हिरण, मोर, बंदर समेत कई अन्य जानवर यहां देखे जाते हैं।
इसके अलावा कान्हा नेशनल पार्क के जंगल भी बेहद खूबसूरत हैं। यही कारण है कि यह राष्ट्रीय उद्यान न केवल घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करता है बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी बहुत तेजी से आकर्षित करता है। ऐसे में एक बार पर्यटन प्रेमियों के लिए कान्हा नेशनल पार्क भी घूमने जरूर आना चाहिए।
यह भी पढ़े: Flipkart से ऑनलाइन ऑर्डर किया लेपटॉप, और पैकेट से निकला साबुन, कंपनी बोली ‘No Return Possible’