मतदाताओं के नाम को आधार (Aadhaar Voter ID) से जोड़ने के अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति दो स्थानों पर मतदान न करे। सरकार के इस कदम से मतदाता सूची को स्वच्छ और पारदर्शी बनाया जाएगा। अगर कोई मतदाता अब अपना नाम आधार से जोड़ना चाहता है तो उसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर,
Aadhaar Voter ID से जोड़ने का अभियान आज से श्रीगणेश हुआ
यह पूरी तरह से स्वैच्छिक होगा और मतदाताओं को ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। राज्यों में बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) स्वेच्छा से मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे और मतदाताओं से आधार संख्या फॉर्म 6बी लेने के लिए घर-घर जाएंगे।
यह मोदी सरकार का एक और सराहनीय कदम है
इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति दो स्थानों पर मतदान न करे और मतदाता सूची को साफ और पारदर्शी बनाना है। मतदाता स्वयं भी अपने आधार कार्ड को वोटर ऐप वोटर हेल्पलाइन या भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित ऑनलाइन एनवीएसपी पोर्टल पर लिंक कर सकते हैं।
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मतदाता सूची को आधार कार्ड से जोड़ने का कार्य 31 मार्च 2023 तक पूर्ण किया जाना है, अतः प्रत्येक मतदाता अपने व्यक्तिगत उत्तरदायित्व को समझते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय (निर्वाचन तहसीलदार) की सहायता से अपने मत को आधार कार्ड से लिंक करें।
ये लोग, नए वोट को आधार से जोड़ने के लिए, कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 1 जनवरी, 2023 तक 18 वर्ष या उससे अधिक है और उसका नाम प्रकाशित मतदाता सूची में दर्ज नहीं है, तो वह बीएलओ और जिला चुनाव में जा सकता है।
अधिकारी फरीदाबाद अपने क्षेत्र से। कोई भी व्यक्ति कार्यालय में फॉर्म नंबर 6 भरकर आवेदन कर सकता है। मतदाता सूची से किसी मतदाता का नाम हटाने के लिए प्रपत्र संख्या 7, आधार कार्ड से जोड़ने के लिए प्रपत्र संख्या 6 और प्रकाशित मतदाता सूची में किसी भी गलत प्रविष्टि के सुधार के लिए प्रपत्र संख्या 8। , आप मतदाता सूची में अपना नाम चेक करवा सकते हैं।
या वेबसाइट https://eci.gov.in पर अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और मतदाता स्वयं साइट पर फॉर्म भरकर मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं।
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